थाली के बाद अब सायरन बजाने की बारी, कोरोना को लेकर शिवराज सरकार का नया फैसला


पिछले साल आज के ही दिन पूरे देश में थाली बजाकर कोरोना के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया गया था। अब थाली के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश राज्य सरकार कोविड -19 मामलों में लोगों को जागरूक करने के लिए थालियों की पिटाई के एक साल बाद 23 मार्च को सायरन बजाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मास्क का उपयोग और सामाजिक दूरी  सुनिश्चित करने के लिए 23 मार्च से संकल्प अभियान शुरू करने जा रही है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "इस दिन, हर जिले में सुबह 11 बजे और शाम 7 बजे सायरन बजाया जाएगा और लोगों से 2 मिनट रुकने और सामाजिक दूरी बनाए रखने का संकल्प लिया जाएगा।"

उन्होंने कहा कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग सबसे अच्छा तरीका है। चौहान ने कहा, “कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल मध्य प्रदेश में कोविड -19 मामलों में आई तेजी के कारण बंद रहेंगे। ऐसी प्रतिकूल स्थिति में, हम स्कूल खोलने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं।" इससे पहले, स्कूल शिक्षा मंत्री इंद्र सिंह परमार ने 1 अप्रैल से कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल खोलने की घोषणा की थी।

हालांकि, कांग्रेस ने भाजपा-नीत राज्य सरकार पर एक गैर-गंभीर फ़ैसला लेने का आरोप लगाया है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा, 'सरकार कोविड -19 को लेकर गंभीर नहीं है, जिसके परिणामस्वरूप कई सकारात्मक मामले फिर से सामने आए हैं। रात को कर्फ्यू लगाने और सायरन बजाने से,वो सोच रहे हैं कि वायरस को मार दिया जाएगा, जैसा कि उन्होंने पिछले साल थाली पीटकर किया था।”

इस तरह के मूर्खतापूरण निर्णय लेने के बजाय, उन्हें वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कुछ गंभीर कदम उठाने चाहिए। कोविड -19 मामलों में वृद्धि के बाद, राज्य सरकार ने तीन जिलों- इंदौर, भोपाल और जबलपुर में रविवार को एक दिन का लॉकडाउन लगाया है। इन तीन जिलों में 21 से 31 मार्च तक स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। शनिवार को, एमपी में कोरोना के 1322 मामले दर्ज किए गए हैं।

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