वैक्सीन के लिए सरकारी अस्पताल हैं दिल्लीवालों की पहली पसंद, आंकड़ों में जानें प्राइवेट सेंटर्स का हाल


कोरोना के मामलों में वापस आई तेजी हर दिन डरा रही है। इस बीच टीकाकरण अभियान भी तेज है। दिल्ली में सरकारी अस्पतालों के कोविड -19 टीकाकरण केंद्रों में निजी अस्पतालों की तुलना में अधिक लोग टीका लगवा रहे हैं। सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य सरकार के अधिकारियों ने अस्पतालों और क्लीनिकों में उनके द्वारा संचालित केंद्रों पर टीकाकरण की संख्या बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि यह अंतर और अधिक होगा क्योंकि सोमवार से चार घंटे तक ऑन-स्पॉट पंजीकरण के लिए खिड़की खुली रहेगी।

हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा देखे गए आंकड़ों से पता चला है कि 15 मार्च को सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण केंद्रो टीका लेने वाले लोगों की दर 64% थी।जबकि निजी में यह 72% थी। हालांकि, अगले दिन से आंकड़े बदल गए। 16 मार्च को, सरकारी अस्पतालों में 65% लोगों के मुकाबले निजी में 61% ने टीका लगवाया। 17 मार्च को, सरकारी साइटों पर 69% लोग टीका लेने पहुंचे जबकि निजी अस्पतालों में 54%।


अगले दिन सरकारी अस्पताल में ये 72% और निजी में 49% हो गया। इधर, भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए, केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन के 12 करोड़ खुराक का ऑर्डर दिया है। सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक को खुराक का आदेश दिया है। बता दें कि सरकार का ये फैसला ऐसे समय में आया है जब देश में कोरोना वायरस एक बार फिर पैर पसार रहा है। अधिकारियों और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह वायरस की एक नई लहर हो सकती है जिसे देश के कई हिस्सों में देखा जा रहा है। 

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